तेज़ चमकती सूरज की रोशनी हॉस्पिटल के कमरे को चीरती हुई उसके घर के कमरे तक आ रही थी. तेज़ चमकती सूरज की रोशनी हॉस्पिटल के कमरे को चीरती हुई उसके घर के कमरे तक आ रही ...
वो अलग बात है कि जनता अपने इस हक़ को लगभग तिलांजलि ही दे चुकी थी। वो अलग बात है कि जनता अपने इस हक़ को लगभग तिलांजलि ही दे चुकी थी।
वाकई मनस्वी ही नहीं बल्कि सभी औरतों के लिए खुश थी कि आज पुरुष पहले जैसे नहीं रहे हैं। वाकई मनस्वी ही नहीं बल्कि सभी औरतों के लिए खुश थी कि आज पुरुष पहले जैसे नहीं रहे...
उसकी इच्छा का सम्मान करना चाहिए, चाहे वो उसकी पत्नी हो... या कोई और... उसकी इच्छा का सम्मान करना चाहिए, चाहे वो उसकी पत्नी हो... या कोई और...
नाराज माता-पिता को छोड़कर अनिमेष अपने कर्म क्षेत्र की ओर बढ़ चला था। नाराज माता-पिता को छोड़कर अनिमेष अपने कर्म क्षेत्र की ओर बढ़ चला था।
मध्य उसे अपनी पढ़ाई भी छोड़नी पड़ी और बालमजदूरी करनी पड़ी। मध्य उसे अपनी पढ़ाई भी छोड़नी पड़ी और बालमजदूरी करनी पड़ी।